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इसोफेजियल कैंसर के कारण भी हो सकता है बार-बार एसिड रिफ्लक्स

क्या आपको भी बार-बार एसिड रिफ्लक्स या हार्ट बर्न की समस्या रहती है? अगर हां, तो यह सिर्फ पाचन से जुड़ी समस्या ही नहीं, बल्कि इसोफेजियल कैंसर (Esophageal Cancer) का भी कारण बन सकता है। बार-बार एसिड रिफ्लक्स के कारण खाने की नली के टिश्यू डैमेज होने लगते हैं, जिसके कारण इसोफेजियल कैंसर हो सकता है।

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के मुताबिक 2025 में इसोफेजियल कैंसर के लगभग 22,070 नए मामले सामने आए हैं। यह बीमारी काफी चुनौती भरी हो सकती है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षणों (Esophageal Cancer Early Signs) आम समस्याओं से मिलते-जुलते होते हैं और अक्सर लोग इन्हें हल्के में ले लेते हैं। इसके कारण जब तक इसके लक्षण साफ दिखाई देने शुरू होते हैं, तब तक कैंसर काफी एडवांस स्टेज पर पहुंच चुका होता है। आइए जानें इसोफेजियल कैंसर के लक्षण कैसे होते हैं।

इसोफेजियल कैंसर के लक्षण कैसे होते हैं?
शुरुआती दौर में लक्षण इतने सामान्य हो सकते हैं कि उन्हें एसिडिटी, सीने में जलन या साधारण अपच समझकर अनदेखा कर दिया जाता है। इन लक्षणों पर ध्यान दें-

निगलने में परेशानी– यह इसोफेजियल कैंसर का सबसे अहम और आम लक्षण है। शुरुआत में सॉलिड खाना, जैसे- रोटी, चावल आदि निगलने में तकलीफ होती है। समय के साथ, जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, सेमी-सॉलिड और फिर लिक्विड निगलने में भी दिक्कत होने लगती है। ऐसा महसूस होता है कि खाना गले या सीने में अटक रहा है।

सीने में दर्द, जलन या दबाव– खाना खाते समय सीने के बीच के हिस्से में दर्द, जलन या दबाव महसूस होना। इसे अक्सर हार्टबर्न या एसिड रिफ्लक्स समझ लिया जाता है।

अचानक वजन घटना– बिना किसी कोशिश के वजन का तेजी से घटना भी इसोफेजियल कैंसर की गंभीर चेतावनी है। निगलने में दिक्कत के कारण व्यक्ति ठीक से खाना नहीं खा पाता, जिससे शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता और वजन कम होने लगता है।

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