
लगातार बारिश, नरौरा बांध और हरिद्वार से छोड़े गए पानी के कारण मंगलवार को गंगा का जलस्तर 114.96 मीटर पर पहुंच गया है। यह बैराज पर खतरे के निशान 115 मीटर से सिर्फ चार सेंटीमीटर दूर है। इस सीजन में पहली बार बैराज पर गंगा का जलस्तर इस बिंदु पर पहुंचा है। जलस्तर बढ़ने से घाटों से सटे बिठूर, ख्योरा कटरी और शहरी क्षेत्र के करीब 22 गांवों के दो हजार से अधिक में घरों में पानी घुस गया है। लोगों ने गंगा बैराज में टेंट लगाकर और बाढ़ शरणालयों में शरण ली है।
सोमवार दोपहर को बैराज पर गंगा का जलस्तर 114.87 मीटर था। रात होते होते इसमें 9 सेंटीमीटर की और बढ़ोतरी हो गई। इससे ख्योरा कटरी, बिठूर कटरी और शहरी क्षेत्र के करीब 22 गांवों में हालात और खराब हो गए। बिठूर और कटरी क्षेत्र के करीब 15 गांवों के दो हजार घरों में बाढ़ का पानी घुस गया। सोमवार रात बाढ़ के पानी ने बिठूर कटरी के प्रतापपुर हरी, ईश्वरीगंज, पपरिया, हिंदुपुर को भी चपेट में ले लिया। पहले से बाढ़ की चपेट में आए भगवानदीनपुरवा, भोपालपुरवा, लक्ष्मनपुरवा, गिल्लीपुरवा, बनियापुरवा, दुर्गापुरवा, मक्कापुरवा के अलावा बिठूर कटरी के तिसजा, नया डल्लापुरवा, पुराना डल्लापुरवा, हृदयपुर, चिरान में हालात और ज्यादा बदतर हो गए। करीब 25 हजार की आबादी बाढ़ से परेशान है। दो हजार से अधिक बीघा खेत में लगी सब्जी की फसल पानी में डूब गई है। करीब 150 परिवारों ने गृहस्थी और पशुओं समेत गंगा बैराज पर अस्थायी टेंट लगाकर शरण ली है।