
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की तरफ से वोट चोरी के आरोप लगाने के बाद चुनाव आयोग ने अधिकारियों को हिदायत दी है। चुनाव आयोग ने साफ संदेश दिया है कि अफवाहों और आरोपों से प्रभावित न हों, लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए निष्पक्ष और ईमानदारी से अपना कार्य करें।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ वाले बयान पर चुनाव आयोग (ईसी) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने सभी चुनाव अधिकारियों से कहा है कि वे ऐसे ‘गैर-जिम्मेदाराना और निराधार’ बयानों पर ध्यान न दें और पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ अपना काम करते रहें। चुनाव आयोग ने कहा कि इस तरह के आरोप आजकल रोजाना लगाए जाते हैं और इनका कोई ठोस आधार नहीं होता। ऐसे में अधिकारियों को चाहिए कि वे इन बयानों से प्रभावित हुए बिना, ईमानदारी से चुनाव प्रक्रिया को अंजाम दें।
‘पारदर्शी-भरोसेमंद चुनाव के लिए उठाए जा रहे जरूरी कदम’
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और भरोसेमंद बनाए रखने के लिए वह लगातार निगरानी कर रहा है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में वोट की चोरी हो रही है और चुनाव प्रक्रिया पर लोगों का भरोसा कम हुआ है। इसी के जवाब में चुनाव आयोग ने यह बयान जारी किया है।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
राहुल गांधी ने 23 जुलाई को आरोप लगाया था कि देश में चुनावों की चोरी की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने कर्नाटक की एक लोकसभा सीट का गहराई से अध्ययन किया है और वोट चोरी की पूरी प्रक्रिया का पता लगा लिया है। उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक में हमने एक सीट को चुना और उसकी वोटर लिस्ट को डिजिटल फॉर्मेट में कन्वर्ट किया। इस प्रक्रिया में छह महीने लगे। इसके बाद हमें समझ में आ गया कि वोट चोरी कैसे होती है, कौन करता है और नए वोटर्स कहां से लाए जाते हैं।’ राहुल गांधी का कहना है कि ‘हमें इसका कागजी सबूत मिल गया है। हम इसे जनता और चुनाव आयोग के सामने रखेंगे।’
सिद्धारमैया का दावा- राहुल गांधी के पास हैं सबूत
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक दिन पहले दावा किया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास लोकसभा चुनाव के दौरान ‘वोट चोरी’ के आरोपों से जुड़े सबूत मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी 5 अगस्त को बंगलूरू में प्रदर्शन करेंगे और चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलकर इस मामले में दस्तावेज सौंपेंगे।
बंगलूरू में प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के मुताबिक, कांग्रेस नेता 5 अगस्त को बंगलूरू में एक प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन का तरीका और स्थान अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन जल्द ही इसकी घोषणा होगी। वहीं उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार, जो कि कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं, ने बताया कि प्रदर्शन रैली, मार्च या धरने के रूप में होगा- यह निर्णय तकनीकी कारणों और अदालत के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को लिया जाएगा।