चीन और अमेरिका के बीच नई दौर की व्यापार वार्ता शनिवार को मलेशिया में शुरू हुई, दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने इसकी पुष्टि की है। यह बातचीत उस समय हो रही है जब अगले हफ्ते साउथ कोरिया में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात होने वाली है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने पहले ही बताया था कि उपप्रधानमंत्री ही लिफेंग मलेशिया में सोमवार तक अमेरिकी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे। शनिवार को समाचार एजेंसी AFP के पत्रकारों ने ही लिफेंग और उनके दल को दुनिया की सबसे ऊंची इमारत ‘मर्देका 118’ प्रवेश करते देखा, जहां बैठक आयोजित की गई थी।
अलग-अलग प्रवेश द्वार से अंदर गए चीनी व अमेरिकी प्रतिनिधिमंजल
वे बिना मीडिया से बात किए लॉबी से होकर अंदर गए, जबकि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने अलग प्रवेश द्वार से इमारत में प्रवेश किया था। इमारत के कर्मचारियों ने बताया कि दोनों दल 92वें फ्लोर पर बैठक कर रहे थे।
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अब टैरिफ युद्ध को और बढ़ाने से रोकने की कोशिश कर रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अगले गुरुवार को शी चिनफिंग से साउथ कोर्या में मुलाकात करेंगे। ट्रंप ने कहा कि वे अच्छा समझौता करना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने पहले यह बैठक रद करने की धमकी दी थी। यह मुलाकात एशया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सम्मेलन के दौरान होगी, जो 31 अक्टूबर से शुरू हो रहा है।
चीन को लेकर ट्रंप की धमकी
शनिवार को अमेरिकी ट्रेजरी के प्रवक्ता ने बताया कि कुआलालंपुर में वार्ता शुरू हो चुकी है, जबकि चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ ने भी पुष्टि की कि दोनों पक्षों ने बातचीत शुरू कर दी है। हाल ही में चीन ने दुर्लभ खनिज (रेयर अर्थ्स) उद्योग पर नए नियंत्रण लागू किए हैं, जिसके जवाब में ट्रंप ने चीन से आयात पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी।
इसके अलावा, दोनों देशों ने एक-दूसरे के जहाजों पर आगमन शुल्क लगाना शुरू किया है। यह कदम अमेरिकी ‘सेक्शन 301’ जांच के बाद आया, जिसमें कहा गया कि बीजिंग का इस उद्योग पर नियंत्रण अनुचित है।

